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Nav Grah Evil Eye / Nazar Battu for Children/Man/Women (Adjustable Size) (Pack of 2)

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नवग्रह और एविल आई का संबंध: नवग्रह (नौ ग्रह) और एविल आई (नजर दोष) दोनों ही भारतीय ज्योतिष और संस्कृति में नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा से जुड़े हैं। नवग्रह (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) जीवन पर प्रभाव डालते हैं, जबकि एविल आई बुरी नजर से उत्पन्न होने वाली नकारात्मक ऊर्जा को दर्शाता है। संयोजन: काले धागे के साथ तीन एविल आई मणियों का तावीज, नवग्रह के दुष्प्रभावों और बुरी नजर से त्रिगुणात्मक सुरक्षा प्रदान करता है। महत्व: यह ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने और नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने में मदद करता है। नवग्रह और एविल आई का अर्थ और महत्व नवग्रह (Navagraha): भारतीय ज्योतिष में नवग्रह नौ खगोलीय पिंडों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) को दर्शाते हैं, जो मानव जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। ये ग्रह स्वास्थ्य, धन, संबंधों, और समृद्धि को प्रभावित करते हैं। हिंदू परंपरा में, इन्हें देवताओं के रूप में पूजा जाता है, और नवग्रह पूजा या यंत्र ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। एविल आई (Evil Eye): एविल आई, जिसे भारत में "नजर दोष" या "बुरी नजर" कहा जाता है, एक ऐसी मान्यता है जिसमें किसी की ईर्ष्या, जलन, या नकारात्मक नजर से हानि, बीमारी, या दुर्भाग्य हो सकता है। इसे रोकने के लिए नीली मणियों (नजर बट्टू) या तावीज का उपयोग किया जाता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित या प्रतिबिंबित करते हैं। Read more

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  • नवग्रह और एविल आई का संबंध:  नवग्रह (नौ ग्रह) और एविल आई (नजर दोष) दोनों ही भारतीय ज्योतिष और संस्कृति में नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा से जुड़े हैं। नवग्रह (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) जीवन पर प्रभाव डालते हैं, जबकि एविल आई बुरी नजर से उत्पन्न होने वाली नकारात्मक ऊर्जा को दर्शाता है।
  • संयोजन: काले धागे के साथ तीन एविल आई मणियों का तावीज,  नवग्रह के दुष्प्रभावों और बुरी नजर से त्रिगुणात्मक सुरक्षा प्रदान करता है।
  • महत्व: यह ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने और नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने में मदद करता है।

नवग्रह और एविल आई का अर्थ और महत्व

नवग्रह (Navagraha): भारतीय ज्योतिष में नवग्रह नौ खगोलीय पिंडों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) को दर्शाते हैं, जो मानव जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। ये ग्रह स्वास्थ्य, धन, संबंधों, और समृद्धि को प्रभावित करते हैं। हिंदू परंपरा में, इन्हें देवताओं के रूप में पूजा जाता है, और नवग्रह पूजा या यंत्र ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

एविल आई (Evil Eye): एविल आई, जिसे भारत में "नजर दोष" या "बुरी नजर" कहा जाता है, एक ऐसी मान्यता है जिसमें किसी की ईर्ष्या, जलन, या नकारात्मक नजर से हानि, बीमारी, या दुर्भाग्य हो सकता है। इसे रोकने के लिए नीली मणियों (नजर बट्टू) या तावीज का उपयोग किया जाता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित या प्रतिबिंबित करते हैं।

नवग्रह और एविल आई का संयोजन:

  • ज्योतिषीय दृष्टिकोण: राहु और केतु, जो छाया ग्रह हैं, अक्सर नकारात्मक प्रभावों और अशुभ घटनाओं से जुड़े होते हैं। ये ग्रह बुरी नजर के प्रभाव को बढ़ा सकते हैं। काले धागे के साथ तीन एविल आई मणियाँ राहु-केतु और शनि के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करती हैं, क्योंकि काला रंग शनि की ऊर्जा से जुड़ा है और नीली मणियाँ शांति और सुरक्षा का प्रतीक हैं।

  • आध्यात्मिक सुरक्षा: तीन मणियाँ त्रिगुण (सत, रज, तम) या त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) का प्रतीक हो सकती हैं, जो शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्तर पर सुरक्षा प्रदान करती हैं। जब इसे पंचमुखी हनुमान जी के पेंडेंट के साथ जोड़ा जाता है, तो हनुमान का मंत्र ("सर्वदुष्टग्रह निवारणाये") ग्रहों के दुष्प्रभावों को और कम करता है।

डिज़ाइन और सामग्री

  • तीन एविल आई मणियाँ: प्रत्येक मणि नीले रंग की कांच या सिरेमिक से बनी होती है, जिसमें गहरे नीले, हल्के नीले, सफेद, और काले रंग के गोलाकार पैटर्न होते हैं, जो आंख की तरह दिखते हैं। ये मणियाँ नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करती हैं और सुरक्षा प्रदान करती हैं।
  • काला धागा: समायोज्य काला धागा, जिसे कलाई, टखने, या गले में पहना जा सकता है। काला रंग शनि और राहु-केतु की नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है।

उपयोग

  1. पहनने के लिए:
    • तीन एविल आई मणियों वाला काला धागा कलाई (महिलाओं के लिए बाएं, पुरुषों के लिए दाएं), टखने, या गले में पहना जा सकता है। इसे पंचमुखी हनुमान पेंडेंट के साथ जोड़कर पहनने से ग्रहों और बुरी नजर से दोहरी सुरक्षा मिलती है।
    • इसे रोजमर्रा या विशेष अवसरों (जैसे नवरात्रि, हनुमान जयंती) पर पहनें।
  2. पूजा में:
    • इसे मंदिर में हनुमान जी या नवग्रह पूजा के दौरान रखें। मंत्र जाप (जैसे हनुमान चालीसा या नवग्रह स्तोत्र) के साथ इसे सक्रिय करें।
  3. उपहार:
    • इसे नवजात शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, या परिवार के सदस्यों को उपहार के रूप में दें ताकि वे ग्रहों के दुष्प्रभाव और बुरी नजर से सुरक्षित रहें।
  4. घर की सुरक्षा:
    • इसे घर के प्रवेश द्वार पर टांगें या कार में बांधें ताकि नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश न करे।

लाभ

  1. नवग्रह दुष्प्रभावों से सुरक्षा:
    • राहु, केतु, और शनि के अशुभ प्रभावों को कम करता है, जो ज्योतिष में दुर्भाग्य, बीमारी, या बाधाओं का कारण बन सकते हैं।
    • उदाहरण: ग्रहों की खराब दशा (जैसे शनि साढ़े साती) में स्थिरता और शांति।
  2. बुरी नजर से त्रिगुणात्मक सुरक्षा:
    • तीन मणियाँ ईर्ष्या, नकारात्मक ऊर्जा, और काले जादू से तिगुनी रक्षा प्रदान करती हैं।
    • उदाहरण: बच्चों, परिवार, या घर को बुरी नजर से बचाने के लिए।
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